आरती ने शुक्रवार को चल रही विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भारत का सूखा समाप्त करते हुए 10000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।
आरती ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। उन्होंने अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा और 44 मिनट 39.39 सेकंड का समय लेकर ऊर्जा-क्षीण करने वाली इस स्पर्धा में इतिहास रच दिया।
उल्लेखनीय है कि 17 वर्षीय खिलाड़ी ने 47:21.04 का अपना ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया, जो उन्होंने मार्च में उत्तर प्रदेश के लखनऊ में राष्ट्रीय फेडरेशन कप अंडर-20 चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतते हुए बनाया था।
आरती ने 10000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में सराहनीय प्रदर्शन करते हुए देश का नाम रोशन किया, लेकिन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन भी उन्हें दो चीनी एथलीटों से आगे निकलने में मदद नहीं कर सका, जिन्होंने क्रमशः रजत और स्वर्ण पदक जीता।
झूओमा बाइमा ने 43:26.60 का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि उनकी हमवतन माइलिंग चेन ने 44:30.67 का समय लेकर इस कठिन स्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त किया और रजत पदक जीता।
यह ऐसा दिन रहा, जिसमें भारतीय एथलीटों की बढ़ती हुई क्षमता देखने को मिली, क्योंकि उन्होंने कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़े और प्रभावशाली प्रदर्शन करके इतिहास की किताबें फिर से लिखीं।
अंकुल, अबिराम प्रमो, रिहान चौधरी और जय कुमार की चार सदस्यीय टीम ने पुरुषों की 4×400 रिले हीट में 3 मिनट 08.10 सेकंड के रिकॉर्ड समय के साथ राष्ट्रीय अंडर 20 रिकॉर्ड को धूल चटा दी। भारतीय चौकड़ी हीट 3 में दूसरे स्थान पर रही और फाइनल राउंड के लिए क्वालीफाई किया।
रुजुला अमोल भोंसले, नियोल अन्ना कॉर्नेलियो, अबिनया राजराजन और सुधीक्षा वडलुरी की टीम ने महिलाओं की 4×400 मीटर रिले हीट में 45.31 सेकंड का समय लेकर नया राष्ट्रीय अंडर 20 रिकॉर्ड भी बनाया। हालांकि, उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर्याप्त नहीं था क्योंकि वे फाइनल राउंड में जगह बनाने से चूक गए।
इससे पहले प्रतियोगिता में पूजा सिंह ने ऊंची कूद में अंडर-20 महिला वर्ग में नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने 1.83 मीटर की ऊंचाई पार कर फाइनल राउंड में प्रवेश किया। उनका इवेंट शनिवार को खेला जाएगा।