नई दिल्ली:
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने मंगलवार को कांग्रेस और भाजपा के प्रदेश इकाई अध्यक्षों को पत्र लिखकर राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए शीतकालीन कार्य योजना में शामिल करने के लिए कोई भी “सकारात्मक सुझाव” देने का अनुरोध किया।
दिल्ली भाजपा प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा और दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव को लिखे पत्र में राय ने प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए आप सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का भी हवाला दिया।
उन्होंने विज्ञान एवं पर्यावरण केन्द्र की एक रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि दिल्ली के लोगों को जिस प्रदूषण का सामना करना पड़ता है, उसमें केवल 31 प्रतिशत योगदान वहां के निवासियों का है, जबकि शेष प्रदूषण एनसीआर राज्यों से आता है।
राय ने पत्र में कहा, “प्रदूषण को सभी के सहयोग से ही कम किया जा सकता है, विरोध से नहीं। दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार ने प्रदूषण कम करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, उनका असर भी दिख रहा है।”
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर शीतकालीन कार्ययोजना तैयार करने की तैयारी कर रही है।
उन्होंने कहा, “शीतकालीन कार्ययोजना मुख्य रूप से तीन बिंदुओं पर आधारित होगी। पहला, दिल्ली सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदम, दूसरा, पड़ोसी राज्यों से सहयोग प्राप्त करना और तीसरा, केंद्र सरकार के साथ मिलकर काम करना ताकि सर्दियों में भी दिल्ली में प्रदूषण को प्रभावी ढंग से कम किया जा सके।”
राय के पत्र में कहा गया है, “हम आपसे अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास उपरोक्त तीन बिंदुओं पर कोई सकारात्मक सुझाव है जो दिल्ली के प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा, तो कृपया उन्हें जल्द ही हमें भेजें ताकि हम उन्हें कार्ययोजना में शामिल कर सकें। हमारा उद्देश्य दिल्ली के प्रदूषण को कम करना है।”
राय के पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने हिंदी में कहा, “ड्रामे की भी एक सीमा होती है श्रीमान @आपकागोपालराय। आप सबको पत्र लिखते हैं, एक पत्र लिखते हैं और पंजाब के सीएम @भगवंत मान से मिलते हैं, जो पराली जलाने के लिए सबसे ज्यादा दोषी है। हमें बताएं कि आप दोनों पराली जलाने को रोकने के लिए क्या कर रहे हैं।”
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