रोजाना पैदल चलना शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पैदल चलने से न सिर्फ वजन नियंत्रित रहता है बल्कि कई बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है। दिन में बस कुछ मिनट टहलना आपको कई पुरानी बीमारियों से बचा सकता है। दिल की सेहत से लेकर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर तक को नियंत्रित करने में पैदल चलना कारगर साबित होता है। रोजाना टहलने से नींद अच्छी आती है। आपके मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। इसलिए अपनी फिटनेस रूटीन में वॉकिंग को शामिल करें। आइए जानते हैं कि पैदल चलने से आपके दिमाग पर क्या असर पड़ता है।
स्टैनफोर्ड शोध के अनुसार, प्रतिदिन कुछ देर टहलने से मस्तिष्क की गतिविधियां उत्तेजित होती हैं। इससे हमारी मानसिक स्थिति अच्छी रहती है। रोजाना पैदल चलने से मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होने के साथ-साथ आपकी रचनात्मकता भी बढ़ती है। यानी अगर आप अपने दिमाग को सक्रिय और रचनात्मक बनाना चाहते हैं तो जरूर चलें। इसके लिए आपको ज्यादा लंबी सैर करने की जरूरत नहीं है, बल्कि 10-15 मिनट की तेज सैर से ही असर दिखना शुरू हो जाएगा।
30 मिनट की सैर के फायदे
अगर आप दिन में सिर्फ 30 मिनट पैदल चलते हैं तो इससे वजन नियंत्रित रखने में मदद मिलेगी। अगर आप तेज गति से चलेंगे तो आपका वजन भी धीरे-धीरे कम होने लगेगा। जब आप तेज चलते हैं तो कैलोरी बर्न होती है। इससे पाचन क्रिया बेहतर होती है. दिल स्वस्थ रहता है और गैस फूलने जैसी समस्या नहीं होती।
15 मिनट की सैर के फायदे
अगर आप खाने के बाद 15 मिनट तक टहलते हैं तो इससे शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। खाने के बाद थोड़ी देर टहलने से मांसपेशियों को ग्लूकोज अवशोषित करने में मदद मिलती है, जिससे शुगर का स्तर कम हो जाता है। मधुमेह के रोगियों को खाने के बाद टहलना चाहिए। प्रीडायबिटीज रोगी भी पैदल चलकर मधुमेह के खतरे को कम कर सकते हैं। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और शरीर स्वस्थ रहता है।
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