सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय क्राफ्ट मेले की तैयारियों को लेकर मंगलवार को सूरजकुंड स्थित एक होटल में समीक्षा बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता हरियाणा पर्यटन निगम के प्रधान सचिव रामचन्द्रन ने की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को अपने विभाग से संबंधित व्यापक व्यवस्थाएं निर्धारित अवधि में सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश ने अपनी सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत को संजोकर रखा है। हरियाणा की धरती पर लगने वाला अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला हमारी सांस्कृतिक विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहा है। इस बार यह मेला अपने 38वें संस्करण में होगा।
सूरज कुंड मेला 2025 की तारीख और समय
सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेला 2025 हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सूरजकुंड में 7 फरवरी से 23 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। मेला सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहेगा। सप्ताह के दिनों में यात्रा करने का प्रयास करें क्योंकि सप्ताहांत पर भीड़ अधिक होगी। मेला परिसर काफी बड़ा और थका देने वाला हो सकता है, इसलिए आरामदायक जूते पहनें। अपनी आवश्यकता के अनुसार पानी की बोतल और नकदी ले जाएं।
सूरज कुंड अंतर्राष्ट्रीय मेले तक कैसे पहुंचे?
दिल्ली से फ़रीदाबाद जाने के लिए आप मेट्रो से जा सकते हैं। इसके लिए निकटतम मेट्रो स्टेशन बदरपुर (वायलेट लाइन) है। वहां से आप ऑटो या कैब के जरिए मेला स्थल तक पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग से दिल्ली से सूरजकुंड की दूरी लगभग 23 किमी है, जिसे निजी वाहन या बस से तय किया जा सकता है। दिल्ली, गुड़गांव और फ़रीदाबाद से हरियाणा रोडवेज और डीटीसी की बसें उपलब्ध हैं, जो आपको मेला स्थल तक ले जाएंगी।
सूरज कुंड मेला 2025 की टिकट कीमतें
सूरज कुंड में प्रवेश टिकट सप्ताह के दिनों में 120 रुपये और सप्ताहांत यानी शनिवार और रविवार को 180 रुपये प्रति व्यक्ति है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) के सारथी ऐप के जरिए टिकट बुक किए जा सकते हैं। ऑनलाइन के लिए आप दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर विशेष काउंटरों और मेला स्थल पर टिकट काउंटरों से टिकट प्राप्त कर सकते हैं।
ओडिशा और मध्य प्रदेश दो थीम राज्य हैं
रामचन्द्रन ने कहा कि यह हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि हम अंतरराष्ट्रीय स्तर के मेले के आयोजन की जिम्मेदारी प्रभावी ढंग से निभा रहे हैं। इस बार मेले में ओडिशा और मध्य प्रदेश दो थीम राज्य होंगे। वहीं, बिम्सटेक संगठन से जुड़े देश बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड को भागीदार देश बनाया गया है। नॉर्थ ईस्ट हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट एसोसिएशन मेले का सांस्कृतिक भागीदार है। दिल्ली मेट्रो भी टिकटिंग पार्टनर होगी।
सूरजकुंड मेला पूरी तरह डिजिटल होगा। उन्होंने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मार्गदर्शन में सूरजकुंड मेले को भव्य रूप से मनाने के लिए सभी तैयारियां प्रभावी ढंग से की जा रही हैं। अधिकारियों से बातचीत में प्रधान सचिव ने विभागीय स्तर के सभी अधिकारियों को मेले की व्यवस्थाओं को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में आयोजित होने वाला यह सूरजकुंड मेला आज विश्व स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान स्थापित कर चुका है, इसलिए हमें पूरी जिम्मेदारी के साथ मेले के सफल आयोजन में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करनी होगी।
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